IAS अधिकारियों की ट्रेनिंग कहां होती है और कितनी लगती है फीस? जानिए सैलरी से सुविधाओं तक सब कुछ

Hello Beginners, आईएएस अधिकारी बनना जितना गौरवशाली सपना है, उतना ही कठिन सफर भी। लाखों उम्मीदवारों में से कुछ ही यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाते हैं और फिर पहुंचते हैं उस खास जगह—लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी। यहीं से शुरू होती है असली सेवा की तैयारी। यहां सिर्फ किताबें नहीं, बल्कि नेतृत्व, अनुशासन और ज़मीन से जुड़ने की कला सिखाई जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं, इस ट्रेनिंग की फीस कितनी होती है, यहां क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं और एक प्रशिक्षु अधिकारी की सैलरी कितनी होती है? अगर आप भी आईएएस या आईपीएस बनने का सपना देख रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है—आइए जानते हैं, कैसे बनती है देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा का हिस्सा।
IAS और IPS की ट्रेनिंग कहां होती है: जानिए LBSNAA का परिचय
यूपीएससी परीक्षा में चयन होने के बाद IAS, IPS, और IFS अधिकारियों को सबसे पहले भेजा जाता है लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी, जो उत्तराखंड की वादियों में स्थित है। यही वह स्थान है जहाँ “सिविल सर्वेंट” बनने की असली शुरुआत होती है। LBSNAA की स्थापना 1959 में की गई थी और यह संस्था देश के सर्वोच्च सिविल सर्विसेज प्रशिक्षण केंद्र के रूप में जानी जाती है। यहां प्रशिक्षण केवल शैक्षणिक नहीं, बल्कि मानसिक, शारीरिक और नैतिक विकास पर भी केंद्रित होता है। पहले तीन महीने का फाउंडेशन कोर्स होता है, जिसमें सभी सेवाओं के अधिकारी एक साथ प्रशिक्षण लेते हैं—आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और अन्य ग्रुप ‘A’ सेवाएं। इसके बाद अधिकारियों को अलग-अलग विशेषज्ञ ट्रेनिंग सेंटरों में भेजा जाता है।
IPS बनना हो तो ट्रेनिंग कहां होती है: सरदार पटेल पुलिस अकादमी हैदराबाद में
आईपीएस अधिकारी बनने की चाह रखने वाले उम्मीदवारों की ट्रेनिंग होती है सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (SVPNPA), हैदराबाद में। यहां 11 महीने की कठोर शारीरिक और व्यावहारिक ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग को चार चरणों में विभाजित किया गया है — फाउंडेशन कोर्स, फेज 1 ट्रेनिंग, जिला प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और फेज 2 ट्रेनिंग। यहां ट्रेनीज़ को हथियारों की समझ, कानून व्यवस्था नियंत्रण, सार्वजनिक प्रशासन और शारीरिक फिटनेस पर विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। इसके बाद अधिकारियों को उनके संबंधित राज्य कैडर में नियुक्त किया जाता है। यह वह चरण होता है जहां वे वास्तविक सेवा का अनुभव प्राप्त करते हैं।
LBSNAA में फीस कितनी है: जानिए कितना खर्च होता है ट्रेनिंग पर
कई लोगों को लगता है कि इतनी प्रतिष्ठित अकादमी में पढ़ाई महंगी होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। LBSNAA में फीस बहुत ही कम है।
- एक व्यक्ति के कमरे का किराया: ₹350 प्रति माह
- दो लोगों के कमरे का किराया: ₹175 प्रति व्यक्ति प्रति माह
- मेस शुल्क: लगभग ₹10,000 (संपूर्ण भोजन व्यवस्था के लिए)
इन शुल्कों में बिजली और पानी की सुविधाएं भी शामिल होती हैं। यही नहीं, अधिकारियों को इस दौरान वेतन भी मिलता है जिससे यह खर्च आसानी से वहन किया जा सके। कुल मिलाकर LBSNAA में ट्रेनिंग करना किसी सेवा यात्रा की शुरुआत जैसा होता है, न कि बोझ।
LBSNAA में मिलने वाली सुविधाएं: पढ़ाई के साथ जीवन का अनुभव भी
LBSNAA केवल एक प्रशिक्षण संस्थान नहीं बल्कि एक जीवनशैली की पाठशाला है। यहां प्रशिक्षु अधिकारियों को शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया जाता है।
यहां की मुख्य सुविधाएं हैं —
- हॉस्टल आवास और भोजन
- पुस्तकालय और IT लैब
- स्पोर्ट्स ग्राउंड, जिम, और साइकिलिंग ट्रैक
- मेडिकल सेंटर
- हॉर्स राइडिंग और ट्रैकिंग गतिविधियां
- सामुदायिक सेवा और सांस्कृतिक कार्यक्रम
यहां हर दिन सुबह 6 बजे से व्यायाम से शुरू होता है और शाम 8 बजे तक अध्ययन, गतिविधियां और संवाद चलते रहते हैं। अधिकारी यहां जीवन के हर पहलू को समझना सीखते हैं—अनुशासन, सामूहिकता और नेतृत्व।
प्रशिक्षु IAS/IPS की सैलरी और भत्ते: कितनी होती है कमाई
प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को ₹56,000 प्रति माह का स्टाइपेंड मिलता है।
इसमें से हॉस्टल और मेस चार्ज काटने के बाद लगभग ₹40,000 रुपये हाथ में बचते हैं।
इसके अलावा, अधिकारियों को अन्य सरकारी सुविधाएं भी दी जाती हैं जैसे —
- मेडिकल सहायता
- ट्रैवल भत्ता
- इंटरनेट और जिम जैसी सुविधाएं
इस वेतन के साथ LBSNAA में जीवन न केवल सादगी भरा होता है, बल्कि आत्मनिर्भरता और आत्मानुशासन की सीख देता है।
IAS Training Schedule: एक दिन की दिनचर्या कैसी होती है
LBSNAA में एक अधिकारी का दिन अनुशासन से भरा होता है —
- सुबह 6:00 बजे: एक्सरसाइज और जॉगिंग
- 7:00 बजे: नाश्ता और तैयारी
- 9:00 से 5:00 बजे: क्लास और प्रैक्टिकल सत्र
- शाम 6:00 बजे: स्पोर्ट्स या सामुदायिक सेवा
- रात 8:00 बजे: डिनर और विश्राम
फाउंडेशन कोर्स चार महीने का होता है, जिसमें “भारत दर्शन” जैसे कार्यक्रम शामिल हैं ताकि अधिकारी देश की विविधता और समाज की जमीनी हकीकत को समझ सकें।
LBSNAA क्यों खास है: देश के भविष्य के निर्माताओं की पहली सीढ़ी
मसूरी की शांत वादियों में स्थित LBSNAA हर साल देश के सैकड़ों भावी आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को तैयार करता है। यहां की दीवारों में केवल शिक्षा नहीं, बल्कि देशसेवा की भावना बसती है। यहां हर दिन राष्ट्र निर्माण का एक नया अध्याय लिखा जाता है। यही वह स्थान है जहां एक उम्मीदवार से “अधिकारी” बनने का सफर पूरा होता है।
Note: हम आपके लिए हर जानकारी पूरी सटीकता और भरोसे के साथ खोजकर लाते हैं, ताकि आपको सही और उपयोगी जानकारी मिले। फिर भी सलाह दी जाती है कि किसी भी आधिकारिक निर्णय से पहले संबंधित संस्थान या वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट ज़रूर देखें। आपका विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है, इसलिए किसी भी अफवाह या धूरी जानकारी पर ध्यान न दें।