UPPSC Paper Review 2025: Human Index से Iron Dome तक, दिमाग घुमा देने वाले सवाल!

UPPSC PCS 2025 परीक्षा में करंट अफेयर्स से लेकर मिसाइल सिस्टम और मानव विकास सूचकांक तक हर विषय से प्रश्न पूछे गए। पेपर का स्तर मध्यम लेकिन उलझाऊ रहा। जानिए पेपर एनालिसिस और पूछे गए प्रमुख सवाल।

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UPPSC PCS 2025 का पेपर इस बार परीक्षार्थियों के लिए किसी पहेली से कम नहीं था! 12 अक्टूबर 2025 को आयोजित हुई इस परीक्षा ने उम्मीदवारों के ज्ञान, समझ और धैर्य – तीनों की परीक्षा ली। सवालों में Human Development Index से लेकर Iron Dome Missile System तक हर विषय को छुआ गया। कई प्रश्न इतने उलझाऊ थे कि परीक्षार्थियों का दिमाग सचमुच चकरा गया। करंट अफेयर्स पर जोर था, और हर ऑप्शन को पढ़कर सोचने पर मजबूर होना पड़ा। आइए जानते हैं कि UPPSC Question Paper 2025 में किस तरह के सवाल पूछे गए, पेपर का लेवल कैसा रहा और किन विषयों से ज्यादा सवाल आए। अगर आप अगली परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह विश्लेषण आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।

पेपर में आए सवालों ने बढ़ाई टेंशन, करंट अफेयर्स रहा हावी

यूपीपीएससी की पीसीएस और एसीएफ/आरएफओ 2025 परीक्षा में सबसे ज्यादा सवाल समसामयिक घटनाओं से जुड़े रहे। पेपर को देखकर उम्मीदवारों का कहना था कि General Studies का स्तर मध्यम (Moderate) था, लेकिन Current Affairs ने काफी उलझन पैदा की। कई सवालों को गोलमोल तरीके से पूछा गया जिससे छात्र भ्रमित हो गए। उदाहरण के लिए, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और मानव विकास सूचकांक जैसे टॉपिक्स पर अप्रत्यक्ष प्रश्न थे। पेपर का पैटर्न संतुलित था — किसी विषय को न तो बहुत प्राथमिकता दी गई, न ही किसी को नजरअंदाज किया गया। इससे आयोग की निष्पक्षता झलकती है।

Human Index और Iron Dome Missile System से भी आए सवाल

इस बार के पेपर में विज्ञान, अंतरराष्ट्रीय संबंध, इतिहास और भूगोल – सबका सुंदर संगम दिखा। Iron Dome Missile Defence System से जुड़ा सवाल इजराइल के संदर्भ में था, जबकि Human Development Index (HDI) पर भारत की स्थिति को लेकर प्रश्न पूछे गए। इससे यह साफ है कि आयोग उम्मीदवारों की व्यापक दृष्टि जांचना चाहता है। इसके अलावा जलियांवाला बाग हत्याकांड, स्वेज नहर, ऑपरेशन ओलिविया, और पामन पुल जैसे विषयों से भी प्रश्न आए। ये सभी प्रश्न समसामयिक घटनाओं से गहराई से जुड़े थे, जो तैयारी में स्थिरता और अद्यतन जानकारी दोनों की मांग करते हैं।

परीक्षा पैटर्न: दो शिफ्ट में हुआ आयोजन, संतुलित प्रश्न वितरण

12 अक्टूबर 2025 को परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित की गई — पहली सुबह 9:30 से 11:30 और दूसरी दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक। कुल 67 केंद्रों पर परीक्षा का संचालन हुआ। पेपर में इतिहास, राजनीति, भूगोल, विज्ञान, पर्यावरण, और करंट अफेयर्स — सब शामिल थे। खास बात यह रही कि हर विषय से बराबर संख्या में प्रश्न आए। इससे यह स्पष्ट हुआ कि आयोग का उद्देश्य किसी एक क्षेत्र के ज्ञान पर नहीं, बल्कि अभ्यर्थी की संपूर्ण समझ परखना था।

पूछे गए कुछ दिलचस्प सवाल जो हर छात्र को जानने चाहिए

  • पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार कब दिया गया? – 1965 में
  • “Adi Karmyogi Beta Version” किस मंत्रालय ने लॉन्च किया? – जनजातीय कार्य मंत्रालय
  • आयरन डोम किस देश से संबंधित है? – इजराइल
  • रक्त लाल क्यों होता है? – हीमोग्लोबिन के कारण
  • Baking Soda क्या है? – सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, जो आग बुझाने में मदद करता है।
  • कालानुक्रमिक क्रम: Gandhi-Irwin Pact → Second Round Table → Poona Pact → End of Civil Disobedience Movement
    ऐसे सवाल न केवल जानकारी की मांग करते हैं बल्कि सही सोच और विश्लेषण क्षमता की भी।

परीक्षा कठिन थी या आसान? छात्रों की राय जानिए

परीक्षार्थियों की राय मिश्रित रही। कुछ ने कहा कि पेपर “मध्यम कठिन” था, जबकि कुछ ने इसे “कॉन्सेप्ट आधारित और उलझाऊ” बताया। करंट अफेयर्स ने पेपर को चुनौतीपूर्ण बनाया। फिर भी जिन्होंने NCERT और समाचारों का गहन अध्ययन किया था, उन्हें ज्यादा कठिनाई नहीं हुई। इस परीक्षा ने यह भी साबित किया कि यूपीपीएससी अब ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में है जो सिर्फ रटने वाले नहीं, बल्कि सोचने-समझने वाले हों।

भविष्य की तैयारी के लिए सीख और अपडेट रहना है जरूरी

इस परीक्षा से सबसे बड़ा सबक यही मिला कि तैयारी सिर्फ पुस्तकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। उम्मीदवारों को समसामयिक घटनाओं, अंतरराष्ट्रीय समाचारों और सरकारी योजनाओं की नियमित जानकारी रखनी चाहिए। साथ ही, “Human Index”, “Missile System”, “सतत विकास लक्ष्य (SDGs)” जैसे आधुनिक विषयों की गहराई से समझ जरूरी है। नियमित अभ्यास और टेस्ट सीरीज़ से आत्मविश्वास बढ़ेगा और अगले प्रयास में सफलता सुनिश्चित होगी।

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