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2025-06-06 08:30 PM (IST)
निर्जला एकादशी वर्ष की सबसे कठिन और पुण्यदायी एकादशी मानी जाती है। इसमें जल तक का त्याग कर व्रत रखा जाता है। यह पापों से मुक्ति, स्वास्थ्य और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग बताती है। भक्त विष्णु पूजा करते हैं।
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2025-06-06 09:25 PM (IST)
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 6 जून की सुबह 2:15 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 7 जून सुबह 4:47 मिनट पर हो जाएगा.
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2025-06-06 09:27 PM (IST)
निर्जला एकादशी व्रत रखने से पूरे साल की एकादशियों का फल मिलता है और सभी पापों का नाश होता है, जिससे मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह व्रत मन को संयम सिखाता है, शरीर को नई ऊर्जा देता है, और भक्तों को स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति का आशीर्वाद प्रदान करता है.