Event Calendar July 2025 :: हिन्दू कैलेंडर जुलाई 2025

SunMonTueWedThuFriSat
1
वन महोत्सव
डॉक्टर्स डे
2 3 4 5
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मुहर्रम
देवशयनी एकादशी
7 8 9 10
गुरु पूर्णिमा
11
कांवड़ यात्रा
जनसंख्या दिवस
12
13 14 15 16 17 18 19
20 21 22 23 24
हरियाली अमावस्या | श्रावण अमावस्या
25 26
मुहर्रम समाप्त
27
हरियाली तीज
28 29
नाग पंचमी
30 31
तुलसीदास जयंती

🕒 Latest Updates

वन महोत्सव , डॉक्टर्स डे
  • 2025-07-01 01:02 AM (IST)

    यूपी सरकार जुलाई की पहली सप्ताह (1‑7 जुलाई) के दौरान विशाल पेड़‑पौधा रोपण अभियान चलाती है। इस दौरान कुल 35 करोड़ पौधे लगाए जाने का लक्ष्य है, जिसमें सड़कों और एक्सप्रेसवे किनारे विशेष रूप से वनस्पतियाँ लगाई जाती हैं। अभियान में 2,586 नर्सरियों से सहयोग लिया जा रहा है और Bundelkhand Expressway पर भी पौधा रोपण होता है। उद्देश्य है मौसम संतुलन, प्रदूषण नियंत्रण और हरियाली बढ़ाना। यह भारत में सबसे बड़ी वन महोत्सव पहल मानी जा रही है।

  • 2025-07-01 02:05 AM (IST)

    Doctors Day सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हर उस डॉक्टर के लिए सम्मान का प्रतीक है जो हर दिन जिंदगी की जंग में सबसे आगे खड़ा होता है 1 जुलाई को यह दिन पूरे भारत में आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है



मुहर्रम , देवशयनी एकादशी
  • 2025-07-06 01:06 AM (IST)

    देवशयनी एकादशी हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। 2025 में यह तिथि 6 जुलाई को है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीनों के लिए पाताल लोक में योगनिद्रा में चले जाते हैं — इसे चातुर्मास की शुरुआत माना जाता है। इस काल में विवाह, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। भक्त व्रत रखते हैं, विष्णु सहस्रनाम का पाठ करते हैं और दान‑पुण्य करते हैं। महाराष्ट्र में पंढरपुर वारी (विठोबा यात्रा) और वारकरी संप्रदाय की पदयात्रा भी इसी दिन होती है।

  • 2025-07-06 01:11 AM (IST)

    * चातुर्मास की शुरुआत * भगवान विष्णु का योगनिद्रा में प्रवेश * व्रत, भक्ति और कथा श्रवण * मांगलिक कार्यों पर रोक * पंढरपुर वारी यात्रा का समापन

  • 2025-07-06 01:14 AM (IST)

    6 जुलाई 2025 को भारत में मुहर्रम मनाया जाएगा, जो इस्लामी नववर्ष (1447 हिजरी) का पहला महीना है। इस दिन अशूरा पड़ता है, जो इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए गम और शहादत का प्रतीक है। खासतौर से शिया मुसलमान इस दिन इमाम हुसैन की करबला में शहादत को याद करते हैं। ताजिये निकालना, मातम करना और कर्बला की घटनाओं को नाट्य रूप में प्रस्तुत करना इसकी खास परंपराएँ हैं। सरकार की ओर से इसे ड्राय डे घोषित किया गया है, यानी इस दिन शराब की बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। यह दिन सामाजिक सद्भाव, धैर्य और बलिदान की भावना को दर्शाता है।



गुरु पूर्णिमा
  • 2025-07-10 08:31 PM (IST)

    गुरु पूर्णिमा गुरुओं के सम्मान का पर्व है। यह आषाढ़ पूर्णिमा को मनाया जाता है। शिष्य अपने गुरु के प्रति श्रद्धा प्रकट करते हैं। यह वेदव्यास जी की जयंती भी मानी जाती है, जिन्होंने महाभारत की रचना की थी।



कांवड़ यात्रा , जनसंख्या दिवस
  • 2025-07-11 01:15 AM (IST)

    श्रावण महीने की शुरुआत (11 जुलाई) से शुरू होने वाली यह तीर्थयात्रा शिवभक्तों द्वारा गंगा जल लाकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करने की धार्मिक प्रथा है। लाखों कांवड़‍िये पैदल यात्रा करते हैं और सजाए गए कांवड़ में जल लेकर आते हैं। कठिन मौसम और थकान के बावजूद श्रद्धालु सादा जीवन पालन करते हैं। यज्ञ, भजन‑कीर्तन और सामूहिक सेवा इस अवधि में व्याप्त रहती है। यह यात्रा आस्था, समर्पण और संकल्प का प्रतीक है, जो भक्तों के मनोकामनाएँ भी पूरी करती है।

  • 2025-07-11 01:18 AM (IST)

    विश्व जनसंख्या दिवस हर साल 11 जुलाई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य है जनसंख्या वृद्धि के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे जुड़ी सामाजिक व आर्थिक समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करना। यह दिन संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा 1989 में घोषित किया गया था। भारत जैसे देशों में जहाँ जनसंख्या विस्फोट चिंता का विषय है, वहाँ यह दिन परिवार नियोजन, महिला स्वास्थ्य, शिक्षा, लैंगिक समानता और गरीबी हटाने जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से केंद्रित होता है। स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी संस्थाओं में इस दिन रैलियाँ, निबंध प्रतियोगिताएँ और जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।



हरियाली अमावस्या | श्रावण अमावस्या
  • 2025-07-24 01:19 AM (IST)

    हरियाली अमावस्या श्रावण मास की अमावस्या को मनाई जाती है। यह दिन वर्षा ऋतु के मध्य आता है, जब प्रकृति हरियाली से भर जाती है। इस दिन लोग पीपल, तुलसी और अन्य वृक्षों की पूजा करते हैं और वृक्षारोपण का संकल्प लेते हैं। महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं, झूला झूलती हैं और हरियाली गीत गाती हैं। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में यह पर्व विशेष उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन तर्पण, दान‑पुण्य और पितरों की शांति के लिए विशेष कर्मकांड भी होते हैं। यह दिन पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक उल्लास का प्रतीक है।



मुहर्रम समाप्त
  • 2025-07-26 01:19 AM (IST)

    मुहर्रम का समापन अशूरा के दिन होता है, जो 10वां दिन होता है और 26 जुलाई 2025 को पड़ रहा है। यह दिन करबला में इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है। इस्लामी मान्यताओं के अनुसार, यह एक शोकपूर्ण दिन होता है। शिया समुदाय के लोग काले वस्त्र पहनकर मातम मनाते हैं, ताजिये निकालते हैं और इमाम हुसैन की कुर्बानी को श्रद्धांजलि देते हैं। यह दिन बलिदान, न्याय और इंसानियत की रक्षा का प्रतीक है। साथ ही इस दिन भारत सरकार द्वारा ड्राय डे घोषित किया जाता है।



हरियाली तीज
  • 2025-07-27 01:19 AM (IST)

    यह पर्व मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं हरे वस्त्र पहनती हैं, हाथों में मेहंदी लगाती हैं और झूला झूलती हैं। उत्तर भारत में खासकर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में यह पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है और सौभाग्यवती स्त्रियां उपवास रखती हैं। हरियाली तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को आती है और यह महिला सौंदर्य, प्रेम और समर्पण का उत्सव माना जाता है।



नाग पंचमी
  • 2025-07-29 01:20 AM (IST)

    नाग पंचमी श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है और यह वर्ष 2025 में 29 जुलाई को है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा की जाती है, विशेषकर शेषनाग, वासुकी और अनंत को। महिलाएं नागदेवता की पूजा कर अपने परिवार की रक्षा और समृद्धि की कामना करती हैं। लोग दूध, हल्दी और चावल से नाग की पूजा करते हैं, कहीं-कहीं पर जीवित नागों को दूध भी चढ़ाया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के सांप बनाकर पूजा की जाती है। यह दिन जीवन में शांति, सुरक्षा और आरोग्य की कामना से जुड़ा होता है।



तुलसीदास जयंती
  • 2025-07-31 01:20 AM (IST)

    तुलसीदास जयंती गोस्वामी तुलसीदास की स्मृति में मनाई जाती है, जिन्होंने रामचरितमानस जैसे महान ग्रंथ की रचना की। इस वर्ष 2025 में यह दिन 31 जुलाई को पड़ेगा। तुलसीदासजी का जन्म श्रावण मास की सप्तमी को हुआ था। इस दिन भजन‑कीर्तन, रामकथा पाठ और उनकी रचनाओं का वाचन किया जाता है। मंदिरों और आश्रमों में विशेष कार्यक्रम होते हैं। तुलसीदास ने भक्ति आंदोलन को नई दिशा दी और जनता को सरल भाषा में रामकथा से जोड़ा। यह दिन अध्यात्म, भक्ति और सांस्कृतिक गौरव का उत्सव है।