May 18, 2025

By: Beginners India

टॉपर्स का रिवीजन सीक्रेट प्लान: कब, क्या और कैसे करें दोहराव?

1-3-7-15 रूल (Revision Formula)

टॉपर्स हर विषय को पढ़ने के बाद इस नियम से रिवीजन करते हैं: 1 दिन बाद 3 दिन बाद 7 दिन बाद 15 दिन बाद इस इंटरवल से किया गया दोहराव यादों को पक्के रूप में दिमाग में जमा देता है।

रिवीजन के लिए अलग नोट्स बनाते हैं

टॉपर्स पढ़ाई के दौरान ही शॉर्ट नोट्स, फ्लो चार्ट, और माइंड मैप्स बना लेते हैं। बाद में पूरा चैप्टर दोहराने के बजाय वे उन्हीं नोट्स से रिवीजन करते हैं।

कठिन विषयों का दोहराव ज्यादा बार

टॉपर्स जानते हैं कि हर विषय उनके लिए समान नहीं होता। इसलिए जिस विषय में वे कमजोर हैं, उसका रिवीजन हर 3-4 दिन में करते हैं और मॉक टेस्ट से खुद को जांचते हैं।

टाइम टेबल में रिवीजन को अलग समय

सिर्फ़ नया पढ़ना ही नहीं, टॉपर्स अपने डेली टाइम टेबल में 1-2 घंटे सिर्फ रिवीजन के लिए तय करते हैं। सुबह या रात – जब दिमाग शांत हो, उस समय रिवीजन करना ज्यादा प्रभावी होता है।

मॉक टेस्ट = एक्टिव रिवीजन

वे रिवीजन को सिर्फ़ किताब देखने तक सीमित नहीं रखते, बल्कि PYQ (Previous Year Questions) और मॉक टेस्ट से अपनी तैयारी को जांचते हैं। इससे कॉन्सेप्ट भी मजबूत होते हैं और समय प्रबंधन भी आता है।

रिवीजन में करें विविधता का प्रयोग

टॉपर्स कभी-कभी ग्रुप डिस्कशन, क्विज़, फ्लैशकार्ड और बोलकर रिवीजन करते हैं ताकि विषय दिल और दिमाग दोनों में बैठ जाए।

हर रिवीजन के बाद SELF-TEST

हर बार रिवीजन के बाद वे खुद से 5-10 सवाल पूछते हैं – क्या मुझे यह टॉपिक पूरी तरह याद है? क्या मैं इसे किसी और को समझा सकता हूँ? क्या मैं बिना देखे इसे लिख सकता हूँ?

इस स्टोरी को देखने के लिए धन्यवाद 🙏

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