AQI (Air Quality Index)

AQI (Air Quality Index)

AQI (Air Quality Index) यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक हवा में मौजूद प्रदूषण के स्तर को मापने का एक मानक पैमाना है। यह बताता है कि हवा कितनी स्वच्छ या प्रदूषित है और इसका मानव स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

भारत में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा AQI की गणना की जाती है। इसमें मुख्य रूप से 6 प्रदूषकों को शामिल किया जाता है — PM2.5, PM10, NO₂ (Nitrogen Dioxide), SO₂ (Sulphur Dioxide), CO (Carbon Monoxide) और O₃ (Ozone)।

AQI को 0 से 500 के पैमाने पर मापा जाता है:

  • 0–50: अच्छा (Good)

  • 51–100: संतोषजनक (Satisfactory)

  • 101–200: मध्यम (Moderate)

  • 201–300: खराब (Poor)

  • 301–400: बहुत खराब (Very Poor)

  • 401–500: गंभीर (Severe)

जब AQI 200 से ऊपर चला जाता है, तो सांस लेने में तकलीफ़, खांसी, और आंखों में जलन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। दिल्ली, मुंबई, और लखनऊ जैसे शहरों में सर्दियों के दौरान AQI अक्सर “Severe” श्रेणी में पहुंच जाता है।

स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है कि लोग प्रदूषण के स्रोतों को कम करें, पौधारोपण बढ़ाएं और जरूरत पड़ने पर N95 मास्क या एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।

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AQI क्या है? जानिए हवा की गुणवत्ता और आपकी साँस की सुरक्षा का पैमाना

AQI (Air Quality Index) बताता है कि हवा में प्रदूषण का स्तर कितना है। जानिए AQI का अर्थ, इसकी श्रेणियाँ, स्वास्थ्य पर प्रभाव और वायु गुणवत्ता सुधारने के उपाय।

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