6 का पहाड़ा (Table of 6): आसान ट्रिक और ताल से सीखें छह का पहाड़ा झटपट

6 का पहाड़ा (Table of 6): आसान ट्रिक और ताल से सीखें छह का पहाड़ा झटपट

दोस्तों, अब बारी है थोड़ा आगे बढ़ने की — यानी 6 का पहाड़ा (Table of 6)। यह पहाड़ा बच्चों के लिए थोड़ा नया अनुभव होता है क्योंकि अब गिनती बड़ी होने लगती है, लेकिन अगर इसे समझदारी से सिखाया जाए तो यह उतना ही आसान है जितना 2 या 3 का पहाड़ा। 6 का पहाड़ा दिमाग को तेज़ करने और तर्कशक्ति बढ़ाने का एक शानदार तरीका है। इस लेख में हम जानेंगे कि 6 का पहाड़ा कैसे याद करें, कौन-सी ट्रिक्स इसे मजेदार बनाती हैं, और रोज़मर्रा की ज़िंदगी में यह कैसे उपयोगी है। तो चलिए, 6 के जादुई ताल पर कदम बढ़ाते हैं और सीखते हैं — कैसे हर “छह” बढ़ने से गणित बनता है आसान, मजेदार और दिलचस्प!

6 का पहाड़ा: गणित में गति और आत्मविश्वास बढ़ाने का साधन

6 का पहाड़ा बच्चों को गुणा की गहराई में जाने का मौका देता है। जब बच्चा 2, 3, 4 और 5 का पहाड़ा सीख लेता है, तब 6 का पहाड़ा उसकी सोच और गणना की क्षमता को “दोगुना” कर देता है। 6 का मतलब है — “छह-छह जोड़ना”। जैसे 6×2=12 यानी 6+6। यह तरीका बच्चों को बताता है कि गुणा कोई कठिन चीज़ नहीं, बल्कि बार-बार जोड़ने का आसान तरीका है। इस पहाड़े को सीखकर बच्चा 12, 18, 24 जैसे बड़े अंकों में सहज हो जाता है। यही अभ्यास आगे चलकर भाग, औसत और प्रतिशत जैसे टॉपिक्स में काम आता है।

6 का पहाड़ा याद करने की आसान ट्रिक और सही पैटर्न

6 का पहाड़ा सिखाने के लिए आप यह पैटर्न याद रखें — हर बार “6” जोड़ना या “3 के पहाड़े का दोगुना” करना।
6×1 = 6
6×2 = 12
6×3 = 18
6×4 = 24
6×5 = 30
6×6 = 36
6×7 = 42
6×8 = 48
6×9 = 54
6×10 = 60
अगर बच्चे को 3 का पहाड़ा पहले से याद है, तो बस हर उत्तर को “दोगुना” कर दें — वही 6 का पहाड़ा बन जाएगा! जैसे 3×4=12 तो 6×4=24। यह ट्रिक बच्चों को बहुत जल्दी समझ में आती है और मजेदार भी लगती है।

चित्र, खेल और ताल से 6 का पहाड़ा बनाइए मजेदार अनुभव

बच्चे जब चित्रों, कार्ड्स या चीज़ों के समूह से सीखते हैं, तो उनका दिमाग जल्दी याद रखता है। मान लीजिए कि 6 गेंदों का एक समूह है — अगर 4 ऐसे समूह हों तो कुल 24 गेंदें होंगी, यानी 6×4=24। इस तरह बच्चे “गुणा को देखने” की आदत डालते हैं। स्कूलों में मल्टीप्लिकेशन सॉन्ग्स भी बहुत लोकप्रिय हैं — जैसे “छह एकम छह, छह दूनी बारह, छह तिगुनी अठारह…”। यह पुरानी तुकबंदी आज भी याददाश्त बढ़ाने का सबसे असरदार तरीका है। बच्चों को इसे ताल पर बोलने दें — वे इसे कभी नहीं भूलेंगे!

रोजमर्रा की ज़िंदगी में 6 का पहाड़ा कहाँ काम आता है

आप रोज़मर्रा में 6 का पहाड़ा कई बार इस्तेमाल करते हैं — बिना महसूस किए। जैसे अगर एक चॉकलेट ₹6 की है और आप 7 लेते हैं, तो ₹42 देने होंगे। या अगर एक कमरे में 6 कुर्सियाँ हैं और 5 कमरे हैं, तो कुल 30 कुर्सियाँ होंगी — यानी 6×5=30। इससे बच्चों को समझ आता है कि गणित केवल किताबों का विषय नहीं बल्कि जीवन का हिस्सा है। यही समझ उन्हें तेज़, तार्किक और आत्मविश्वासी बनाती है।

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