आज ड्रोन खेती, सर्वे, डिलीवरी, फिल्ममेकिंग और डिफेंस जैसे क्षेत्रों में बड़े स्तर पर उपयोग हो रहे हैं, ऐसे में Drone Programing Course युवाओं के लिए शानदार करियर विकल्प बन गया है। इस कोर्स में ड्रोन कंट्रोल, सेंसर मैनेजमेंट, ऑटोमेशन और मिशन प्लानिंग जैसे कौशल सिखाए जाते हैं। Drone Programing के लिए IIT कानपुर, IID बेंगलुरु और IGIAT जैसे प्रमुख इंस्टीट्यूट ट्रेनिंग उपलब्ध कराते हैं।
तेजी से बढ़ती मांग
ड्रोन अब केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि कृषि, पुलिसिंग, सर्वे, फिल्ममेकिंग, ट्रैफिक मॉनिटरिंग और डिफेंस जैसे क्षेत्रों का अहम हिस्सा बन चुके हैं। ऐसे में Drone Programing Course की मांग लगातार बढ़ रही है।
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क्या है ड्रोन प्रोग्रामिंग
Drone Programing में ड्रोन को कोड के जरिए कंट्रोल करने, ऑटोमेशन जोड़ने, सेंसर मैनेज करने और मिशन प्लानिंग जैसी तकनीकें सिखाई जाती हैं। यह कोर्स बताता है कि किस कमांड से कौन-सी फंक्शनिंग होती है और किन सॉफ्टवेयर के जरिए ड्रोन को कस्टमाइज किया जाता है।
सीखने वाले टूल्स और सॉफ्टवेयर
इस कोर्स में Python, C++, MATLAB, ROS और Mission Planner जैसे प्रमुख टूल्स शामिल होते हैं। ये टूल्स छात्रों को ड्रोन के अंदर लॉजिक और स्मार्ट फंक्शनिंग जोड़ने की क्षमता देते हैं। Drone Programing Course तकनीकी करियर चाहने वालों के लिए खास विकल्प बन रहा है।
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प्रमुख ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट
IIT कानपुर ड्रोन डिजाइन, कंट्रोल और UAV रिसर्च के लिए देश का अग्रणी केंद्र माना जाता है। वहीं Indian Institute of Drones (IID) बेंगलुरु में ड्रोन पायलट, टेक्नीशियन और मिशन प्लानिंग जैसे कोर्स उपलब्ध हैं। IGIAT चंडीगढ़ एयरोस्पेस और ड्रोन टेक्नोलॉजी में विशेष ट्रेनिंग प्रदान करता है।
कोर्स अवधि और फीस
Drone Programing Course की अवधि 2 से 6 महीने होती है, जबकि एडवांस कोर्स 1 साल तक भी जा सकते हैं। इसकी फीस 10,000 रुपये से 80,000 रुपये तक रहती है, जबकि कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरुआती कोर्स कम कीमत में उपलब्ध कराते हैं।
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