Answered • 07 Nov 2025
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दही हांडी का संबंध भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं से है। बचपन में वे अपने मित्रों के साथ मिलकर ऊंची टंगी हुई मटकियों से मक्खन और दही चुराया करते थे। इसी परंपरा को याद करते हुए जन्माष्टमी के अगले दिन दही हांडी का आयोजन किया जाता है, जिसमें युवा लड़के पिरामिड बनाकर मटकी को तोड़ते हैं। यह त्योहार भगवान कृष्ण की नटखट और चंचल छवि को दर्शाता है।