Gold On Diwali 2025: सोना खरीदने से पहले जानिए – 9K से लेकर 24K तक कौन-सा गोल्ड होता है सबसे अच्छा?
दिवाली पर सोना खरीदने से पहले जानें — 9K, 10K, 14K, 18K, 20K, 22K और 24K गोल्ड में क्या फर्क है। कौन-सा सोना ज्वेलरी के लिए टिकाऊ है और कौन निवेश के लिए बेहतर। 24K सबसे शुद्ध, 22K सबसे लोकप्रिय, जबकि 9K सबसे किफायती और मजबूत माना जाता है।

दिवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना केवल परंपरा नहीं, बल्कि शुभ निवेश का प्रतीक माना जाता है। लेकिन बाज़ार में मिलने वाले हर सोने की चमक एक जैसी नहीं होती — कोई 24 कैरेट का होता है तो कोई 18 या 14 कैरेट का। यहां तक कि आजकल 9 कैरेट गोल्ड भी ट्रेंड में है! सवाल उठता है — कौन-सा सोना सबसे टिकाऊ है और कौन सिर्फ दिखने में अच्छा लगता है? अगर आप इस दिवाली सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो पहले जान लें कि 9K, 14K, 18K, 22K और 24K गोल्ड में क्या फर्क है, कौन-सा ज्वेलरी के लिए सही है और किसे निवेश के लिए खरीदना चाहिए। चलिए जानते हैं एक आसान GK-स्टाइल में — सोने की कैरेट ज्ञान यात्रा।
क्यों माना जाता है दिवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ?
भारतीय संस्कृति में सोना सिर्फ आभूषण नहीं, बल्कि मां लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। दिवाली और धनतेरस के दिन सोना खरीदना घर में धन, सौभाग्य और समृद्धि के आगमन का प्रतीक है। ऐसा विश्वास है कि इस दिन खरीदा गया सोना घर में सकारात्मक ऊर्जा और स्थिरता लाता है। इसलिए इस समय ज्वेलरी की दुकानों में जबरदस्त भीड़ देखी जाती है।
क्या होता है कैरेट (Karat)? जानिए शुद्धता की पहचान
कैरेट (Karat) सोने की शुद्धता को दर्शाने की इकाई है। कुल 24 हिस्सों में से जितने हिस्से सोने के होते हैं, वही उसका कैरेट कहलाता है। उदाहरण के लिए, 24 कैरेट मतलब 99.9% शुद्ध सोना, जबकि 22 कैरेट में 91.6% सोना होता है। बाकी धातुएं (जैसे तांबा, चांदी या जिंक) इसे मजबूत बनाने के लिए मिलाई जाती हैं। कैरेट जितना कम होगा, सोने में उतनी ही अन्य धातुएं ज़्यादा होंगी और उसकी शुद्धता कम मानी जाएगी।
24 कैरेट = 99.9% शुद्ध सोना
1 कैरेट = 1/24वां भाग
यानी, 22 कैरेट गोल्ड में 22 हिस्से सोने के और 2 हिस्से अन्य धातुओं (जैसे तांबा, चांदी, जिंक) के होते हैं ताकि ज्वेलरी मजबूत बने।
GK Chart: सोने के अलग-अलग कैरेट और उनके उपयोग
कैरेट (K) | शुद्धता (%) | उपयोग | टिकाऊपन | सामान्य उपयोग |
---|---|---|---|---|
24K | 99.9% | निवेश (कॉइन/बिस्किट) | कम | गोल्ड बार, बिस्किट |
22K | 91.6% | ज्वेलरी | अच्छा | हार, कंगन, मंगलसूत्र |
20K | 83.3% | हल्की ज्वेलरी | मध्यम | लॉकेट, छोटे आभूषण |
18K | 75% | डिज़ाइनर ज्वेलरी | बहुत अच्छा | मॉडर्न डिज़ाइन, रिंग |
14K | 58.3% | टिकाऊ + किफायती | बहुत टिकाऊ | रोज़ाना पहनने की ज्वेलरी |
10K | 41.7% | बजट फ्रेंडली | ज्यादा टिकाऊ | अमेरिकन/फैशनेबल ज्वेलरी |
9K | 37.5% | कम शुद्धता वाला | मजबूत लेकिन dull | ट्रेंडी और बजट ज्वेलरी |
9K Gold: क्या वाकई पहनने लायक है?
9 कैरेट गोल्ड में केवल 37.5% शुद्ध सोना होता है, जबकि बाकी धातुएं इसे कठोर और टिकाऊ बनाती हैं। यह आमतौर पर फैशन या बजट-फ्रेंडली ज्वेलरी में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी कीमत कम होती है, इसलिए रोज़मर्रा के इस्तेमाल के लिए उपयुक्त माना जाता है। हालांकि, इसका रंग हल्का और चमक थोड़ी कम होती है, इसलिए यह पारंपरिक शादी या धार्मिक आभूषणों के लिए उतना लोकप्रिय नहीं है।
फायदा: सस्ता और टिकाऊ
नुकसान: रंग हल्का पीला, जल्दी चमक खो देता है
उपयोग: बजट-फ्रेंडली गिफ्ट्स, वेस्टर्न डिज़ाइन
22K Gold: भारतीय परंपरा का सबसे प्रिय विकल्प
22 कैरेट गोल्ड भारतीय परिवारों की पहली पसंद है। इसमें 91.6% शुद्ध सोना होता है, जिससे यह टिकाऊ और आकर्षक दोनों बनता है। इस सोने में थोड़ी मात्रा में अन्य धातुएं मिलाने से यह मजबूत हो जाता है, जिससे ज्वेलरी का आकार और डिज़ाइन लंबे समय तक सुरक्षित रहता है। 22K गोल्ड का पीला रंग इसकी शुद्धता और चमक का प्रतीक है, और यही वजह है कि इसे शादी-ब्याह और धार्मिक अवसरों पर सबसे ज़्यादा खरीदा जाता है।
फायदा: पारंपरिक और टिकाऊ
उपयोग: शादी-ब्याह, मंगलसूत्र, झुमके, चूड़ियां
नुकसान: नाज़ुक डिज़ाइनों के लिए थोड़ा भारी
18K और 14K Gold: मॉडर्न ज्वेलरी के लिए परफेक्ट चॉइस
18K और 14K गोल्ड आजकल मॉडर्न डिज़ाइन और रोज़मर्रा की पहनने वाली ज्वेलरी के लिए सबसे लोकप्रिय हैं। 18 कैरेट में 75% और 14 कैरेट में 58.3% शुद्ध सोना होता है, जो इन्हें मजबूत और टिकाऊ बनाता है। इनकी चमक थोड़ी हल्की होती है लेकिन डिज़ाइनर और मिनिमलिस्ट ज्वेलरी में इनका खूब इस्तेमाल होता है। खासकर 14K गोल्ड रोज़ पहनने वालों के लिए बेहतर माना जाता है क्योंकि यह स्क्रैच और टूट-फूट से ज़्यादा सुरक्षित रहता है।
18K Gold: 75% शुद्ध, सुनहरा और मजबूत
14K Gold: 58% शुद्ध, टिकाऊ और किफायती
उपयोग: रिंग, ब्रेसलेट, पेंडेंट, ऑफिस ज्वेलरी
24K Gold: निवेश के लिए सबसे बेहतर, पहनने के लिए नहीं
फायदा: 99.9% शुद्धता
नुकसान: टिकाऊ नहीं, ज्वेलरी के लिए अनुपयुक्त
BIS Hallmark क्या है और क्यों जरूरी है?
भारत में सोना खरीदते समय हमेशा BIS Hallmark देखें। यह सरकार द्वारा प्रमाणित शुद्धता की पहचान है। इस पर कैरेट, हॉलमार्क लोगो और ज्वेलर का कोड अंकित होता है। बिना हॉलमार्क के सोना खरीदना जोखिम भरा हो सकता है।
Quick GK Facts: याद रखने योग्य बातें
- सोना शुद्धता के आधार पर 24K से 9K तक होता है।
- ज्वेलरी के लिए 22K और 18K सबसे अच्छे माने जाते हैं।
- निवेश के लिए हमेशा 24K Gold चुनें।
- 9K गोल्ड सबसे सस्ता और टिकाऊ होता है, पर कम शुद्ध।
- सोना खरीदते समय BIS Hallmark ज़रूर देखें।
धनतेरस 2025: सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
धनतेरस: 17 अक्टूबर 2025
शुभ मुहूर्त: दोपहर 2:45 बजे से रात 8:10 बजे तक
इस समय सोना खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन खरीदा गया सोना सालभर घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनाए रखता है।
Note: हम आपके लिए हर जानकारी पूरी सटीकता और भरोसे के साथ खोजकर लाते हैं, ताकि आपको सही और उपयोगी जानकारी मिले। फिर भी सलाह दी जाती है कि किसी भी आधिकारिक निर्णय से पहले संबंधित संस्थान या वेबसाइट पर नवीनतम अपडेट ज़रूर देखें। आपका विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है, इसलिए किसी भी अफवाह या धूरी जानकारी पर ध्यान न दें।