हर साल 31 अक्टूबर को हम भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाते हैं। वे ऐसे नेता थे जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता, कूटनीति और दृढ़ नेतृत्व से भारत को एकजुट किया। स्वतंत्रता के बाद जब देश कई रियासतों में बंटा था, तब पटेल जी ने “एक भारत – श्रेष्ठ भारत” का सपना साकार किया। उनके इस योगदान की याद में हर वर्ष यह दिन राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाया जाता है। स्कूल, कॉलेज और संस्थानों में इस दिन विशेष कार्यक्रम, भाषण और रैलियाँ आयोजित की जाती हैं ताकि एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया जा सके। आइए, सरदार पटेल की जयंती पर दिए जाने वाले तीन सरल और प्रेरणादायक भाषणों को पढ़ें जिन्हें आप स्कूल असेंबली या सांस्कृतिक कार्यक्रम में आत्मविश्वास के साथ सुना सकते हैं।
सरदार पटेल जयंती पर छोटा प्रेरणादायक भाषण 1 (Short Speech 1)
विषय: “लौह पुरुष सरदार पटेल – भारत के एकीकरण के शिल्पी”
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प्रिय साथियों,
आज हम सब यहाँ एक महान नेता सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अटूट इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प से देश को एक सूत्र में बाँधा।
आज़ादी के बाद जब भारत 560 से अधिक रियासतों में बँटा था, तब पटेल जी ने अपनी कुशल कूटनीति से सभी को एक भारत में मिला दिया। वे हमारे पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे।
उनकी सादगी, ईमानदारी और कर्मठता हर भारतीय के लिए प्रेरणा है।
आइए आज हम यह संकल्प लें कि हम भी अपने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करेंगे।
जय हिंद!
सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर भाषण 2 (Medium Speech)
विषय: “राष्ट्रीय एकता दिवस – सरदार पटेल की भावना”
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सुप्रभात सभी को,
आज 31 अक्टूबर का दिन हमारे देश के लिए गर्व का दिन है क्योंकि आज हम सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती मना रहे हैं। वे न केवल स्वतंत्रता सेनानी थे बल्कि भारत को “एकता के सूत्र” में बाँधने वाले महापुरुष भी थे।
1947 में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, जब देश रियासतों में बँटा था, तब उन्होंने अपनी समझदारी से रियासतों को भारत में विलय कराया। इस ऐतिहासिक कार्य ने भारत की नींव को मजबूत बनाया।
सरदार पटेल का जीवन सादगी, मेहनत और निष्ठा का उदाहरण है। उन्होंने कभी पद की नहीं, बल्कि सेवा की चिंता की।
2014 से यह दिन “राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day)” के रूप में मनाया जा रहा है ताकि उनकी एकता और अखंडता की भावना को हम आगे बढ़ा सकें।
आइए, हम सब मिलकर इस एकता के प्रतीक को नमन करें और देश की एकता के लिए सदैव प्रयासरत रहें।
जय भारत!
सरदार पटेल जयंती पर प्रेरक भाषण 3 (Long Speech)
विषय: “एक भारत, एक दिल – सरदार पटेल का संदेश”
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सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को मेरा नमस्कार,
आज हम यहाँ एक ऐसे व्यक्ति को याद करने के लिए एकत्र हुए हैं जिसने भारत की नींव को मज़बूती दी – सरदार वल्लभभाई पटेल।
वे एक सच्चे देशभक्त, ईमानदार नेता और कुशल प्रशासक थे। आज़ादी के बाद जब भारत की एकता खतरे में थी, तब पटेल जी ने अपनी दूरदर्शिता और कूटनीति से 560 से अधिक रियासतों को भारत गणराज्य में शामिल किया।
उनकी यह अद्भुत उपलब्धि हमें बताती है कि दृढ़ निश्चय और समर्पण से कोई भी कार्य असंभव नहीं।
वे किसानों के मसीहा और जनता के सच्चे सेवक थे।
उनकी स्मृति में बनी “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” आज दुनिया की सबसे ऊँची प्रतिमा है, जो हमें हर दिन यह याद दिलाती है कि “एकता में ही शक्ति है।”
आइए, हम सभी सरदार पटेल के दिखाए मार्ग पर चलें और देश की अखंडता की रक्षा करें।
जय जवान, जय किसान, जय हिंद!