क्या आप जानते हैं कि BANK शब्द का असली फुल फॉर्म क्या है? रोजमर्रा की ज़िंदगी में हम बैंक का इस्तेमाल पैसे जमा करने, निकालने या ट्रांजैक्शन करने के लिए करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि BANK कोई साधारण शब्द नहीं, बल्कि इसका पूरा अर्थ है — Borrowing, Accepting, Negotiating, Keeping यानी उधार लेना, स्वीकार करना, विनिमय करना और सुरक्षित रखना। बैंक को हिंदी में “अधिकोष” कहा जाता है और यह हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। बैंक न केवल लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि देश की आर्थिक स्थिरता में भी अहम भूमिका निभाता है। आइए, जानते हैं बैंक से जुड़ी दिलचस्प बातें, इसका असली अर्थ, फायदे और इतिहास।
बैंक का फुल फॉर्म क्या होता है?
रोज़ इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द “BANK” दरअसल चार शब्दों से मिलकर बना है —
B – Borrowing (उधार लेना)
A – Accepting (स्वीकार करना)
N – Negotiating (विनिमय करना)
K – Keeping (सुरक्षित रखना)
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इसका अर्थ है — बैंक वो संस्था है जो लोगों से पैसा उधार लेती है, उसे स्वीकार करती है, उसका विनिमय करती है और उसे सुरक्षित रखती है। इसी प्रक्रिया के जरिए बैंक अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
बैंक का हिंदी नाम क्या होता है?
हिंदी में बैंक को “अधिकोष” कहा जाता है। यह शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है — “धन रखने का स्थान”। हालांकि, आम बोलचाल में हर कोई “बैंक” शब्द ही प्रयोग करता है। भारत में आधुनिक बैंकिंग प्रणाली ब्रिटिश काल में आई, लेकिन अब यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है।
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बैंक का मुख्य काम क्या होता है?
बैंक का मुख्य कार्य है –
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जनता से पैसे जमा करना (Deposit)
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जरूरतमंदों को लोन देना (Loan)
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पैसों का लेन-देन करना (Transaction)
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पैसे को सुरक्षित रखना (Safe Keeping)
इसके अलावा बैंक विभिन्न सेवाएं भी देता है, जैसे — सेविंग्स अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट, डिजिटल पेमेंट, इंश्योरेंस, इन्वेस्टमेंट आदि। बैंक देश की आर्थिक व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में मदद करते हैं और वित्तीय लेन-देन को सुरक्षित रखते हैं।
बैंक के प्रमुख फायदे क्या हैं?
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घर, कार या बिजनेस के लिए लोन की सुविधा
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पैसों को सुरक्षित रखने की गारंटी
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डिजिटल भुगतान और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सुविधा
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सेविंग और इन्वेस्टमेंट के विकल्प
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छोटे उद्योगों और स्टार्टअप्स को आर्थिक सहयोग
बैंक को सही मायनों में “देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़” कहा जा सकता है क्योंकि यह हर व्यक्ति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाता है।
भारत में बैंकिंग का इतिहास
भारत का पहला बैंक “बैंक ऑफ हिंदुस्तान” था, जिसे 1770 में स्थापित किया गया था।
इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और अन्य सरकारी बैंकों ने देशभर में अपनी शाखाएं खोलीं।
भारत में आधुनिक बैंकिंग के जनक राजा धनंजय माने जाते हैं, जिन्होंने इस व्यवस्था की नींव रखी। आज भारत में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के सैकड़ों बैंक काम कर रहे हैं।
बैंक FAQs — अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. बैंक का फुल फॉर्म क्या है?
Borrowing, Accepting, Negotiating, Keeping
Q2. बैंक का हिंदी नाम क्या है?
अधिकोष
Q3. भारत का पहला बैंक कौन-सा था?
बैंक ऑफ हिंदुस्तान (1770)
Q4. बैंक मैनेजर की सैलरी कितनी होती है?
औसतन ₹60,000 से ₹1,20,000 प्रतिमाह
Q5. बैंक किस सेक्टर में आता है?
वित्तीय (Financial) सेक्टर