भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी सेक्टर के विस्तार के साथ Diploma Engineers की डिमांड तेजी से बढ़ी है। कंपनियां स्किल्ड और प्रैक्टिकल नॉलेज वाले डिप्लोमा होल्डर्स को प्राथमिकता दे रही हैं।
Junior Engineer की भूमिका
Diploma Engineers Job Roles में Junior Engineer सबसे प्रमुख प्रोफाइल मानी जाती है। यह भूमिका सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर में उपलब्ध होती है, जहां साइट सुपरविजन और टेक्निकल सपोर्ट की जिम्मेदारी दी जाती है।
यह भी पढ़ें: Accounting Practical Quiz – Ledger, Voucher Entry और GST Adjustment पर 25 MCQs
Site Supervisor और Project Technician
कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में Diploma Engineers को Site Supervisor और Project Technician के रूप में नियुक्त किया जाता है। यहां फील्ड वर्क और टीम कोऑर्डिनेशन अहम भूमिका निभाता है।
Maintenance और Service Engineer
मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स में Diploma Engineers के लिए Maintenance Engineer और Service Engineer की मांग अधिक रहती है। मशीनरी मेंटेनेंस और ट्रबलशूटिंग इस जॉब प्रोफाइल का मुख्य कार्य होता है।
यह भी पढ़ें: SSC CGL vs SSC CHSL: कौन सी परीक्षा आपके Career के लिए बेहतर?
IT और Automation सेक्टर
हाल के वर्षों में IT Support, Automation Technician और Network Assistant जैसे Diploma Engineers Job Roles भी तेजी से उभरे हैं, जहां टेक्निकल स्किल्स का सीधा उपयोग होता है।
करियर ग्रोथ की संभावनाएं
Diploma Engineers अनुभव और अपस्किलिंग के जरिए सैलरी और पद दोनों में तेजी से ग्रोथ कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Tally Prime, Busy, Zoho Books – कौन सा Software करियर के लिए Best है?