शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाने वाले उम्मीदवार अक्सर BEd Vs NET के बीच चयन को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं। जहां BEd स्कूल शिक्षक बनने का रास्ता खोलता है, वहीं NET कॉलेज लेवल पर असिस्टेंट प्रोफेसर और रिसर्च करियर प्रदान करता है। दोनों की eligibility, करियर ऑप्शन, सैलरी और नौकरी के अवसर पूरी तरह अलग हैं। इस रिपोर्ट में BEd Vs NET का अंतर, फायदे और कौन सा विकल्प आपके लिए सही होगा, इसका विस्तार से विश्लेषण दिया गया है।
क्या है मुख्य अंतर
BEd स्कूल शिक्षक बनने का मार्ग है, जबकि NET का उद्देश्य कॉलेज और यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर तथा शोध करियर प्रदान करना है। उच्च शिक्षा में जाने वालों के लिए NET जरूरी माना जाता है।
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NET Eligibility शर्तें
नेट परीक्षा देने के लिए उम्मीदवार के पास मास्टर्स डिग्री में 55 प्रतिशत मार्क्स होना चाहिए। केवल ग्रेजुएशन से NET परीक्षा नहीं दी जा सकती। यह नियम इसे अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है।
BEd Eligibility मानक
दो वर्षीय BEd कोर्स के लिए ग्रेजुएशन डिग्री पर्याप्त है। स्कूल स्तर पर शिक्षक बनने की दिशा में यह कोर्स सबसे आधारभूत योग्यता माना जाता है।
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NET Career Options
नेट क्वालिफाई करने के बाद असिस्टेंट प्रोफेसर, JRF तथा CSIR, ICAR, ICMR, DRDO जैसे संस्थानों में रिसर्च के अवसर मिलते हैं। कई PSUs में भी NET स्कोर को प्राथमिकता दी जाती है।
BEd Career Options
BEd धारक सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूल, CTET और State TET के माध्यम से टीचिंग जॉब प्राप्त कर सकते हैं। स्कूल स्तर पर इसकी मांग लगातार बनी रहती है।
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सैलरी तुलना
बीएड धारकों को शुरुआती सैलरी 40–70 हजार रुपये मिल सकती है, जबकि NET योग्य उम्मीदवारों को कॉलेजों में 70 हजार से 1 लाख रुपये तक शुरुआती वेतन मिलता है।
कौन है बेहतर विकल्प
यदि लक्ष्य उच्च शिक्षा और बेहतर सैलरी है तो NET अधिक उपयुक्त है। वहीं जल्दी नौकरी और आसान मार्ग चाहिए तो BEd बेहतर विकल्प माना जाता है।